बजट 2025 में टैक्स से जुड़े अहम बदलाव जो इस बजट में जारी हुए, आपको जानने चाहिए
बजट 2025: महत्वपूर्ण परिवर्तन और उनके प्रभाव
सरकार हर साल फरवरी में बजट पेश करती है, जिसमें कराधान से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाते हैं। 2025 का बजट एक और बड़ा दस्तावेज़ होगा। इससे आम लोगों, वेतनभोगी कर्मचारियों, व्यापारियों और निवेशकों के लिए कई बदलाव आएंगे। इसमें मुख्य रूप से आयकर स्लैब, पूंजीगत लाभ कर, जीएसटी दरों और कर छूट पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
आयकर स्लैब
सरकार पिछले कुछ वर्षों से कर प्रणाली को सरल बना रही है। दो कर प्रणालियाँ - पुरानी कर प्रणाली और नई कर प्रणाली - शुरू की गईं। नई प्रणाली में कर की दरें कम थीं लेकिन कोई कटौती या छूट नहीं थी।
पूंजीगत लाभ कर नियमों में परिवर्तन
कई विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार इस बार पूंजीगत लाभ कर में बदलाव कर सकती है।
यदि दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर कम किया जाए तो निवेशकों को लाभ होगा और शेयर बाजार को नई गति मिलेगी। दूसरी ओर, सरकार इंडेक्सेशन लाभ में भी बदलाव कर सकती है ताकि रियल एस्टेट निवेशकों को राहत मिल सके।
जीएसटी दरों में बदलाव
जीएसटी प्रणाली कई वर्षों से लागू है और सरकार इसमें लगातार सुधार कर रही है। 2025 के बजट में कुछ आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की जीएसटी दरों में बदलाव देखने को मिल सकता है। अगर जीएसटी दर कम कर दी जाए तो उपभोक्ताओं को फायदा होगा और चीजें सस्ती हो जाएंगी।
छोटे व्यवसाय मालिकों के लिए कंपोजिशन स्कीम की सीमा में वृद्धि की जा सकती है, जिससे उन्हें कम कर देना पड़ेगा और उनका व्यवसाय आसान हो जाएगा। सरकार डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन कारोबार के लिए कुछ प्रोत्साहनों की भी घोषणा कर सकती है।
कर्मचारियों और मध्यम वर्ग को मिल सकती है राहत
हर साल की तरह इस बार भी मध्यम वर्ग को आयकर में कुछ राहत की उम्मीद है। यदि मानक कटौती बढ़ जाती है या बुनियादी छूट सीमा में परिवर्तन होता है, तो नौकरीपेशा लोगों का हाथ में मिलने वाला वेतन बढ़ जाएगा। सरकार HRA और LTA कटौतियों में भी बदलाव कर सकती है।
इसके उपरांत कई छोटे बड़े बदलाव हुए हैं। लेकिन मध्यम वर्ग को जीएसटी तो देना ही रहता है। मोटे तौर पर बड़े व्यवसाय वाले पूंजीपतियों पर क्या असर होगी वह आपको सोचना चाहिए। हम अगर मोबाइल रिचार्ज करवाए, बिजली बिल भरे, या कोई अन्य बिल भरे। जैसे किसान का खेत के लिए बीज हो या, शिक्षा के लिए पुस्तक हो इन सभी चीजों में हमें टेक्स्ट तो भरना ही रहता है।